भारत की सैन्य क्षमता और तकनीकी प्रभुत्व को लेकर पाकिस्तान के एक वरिष्ठ नेता मुसादिक मलिक ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भारत 80 लड़ाकू विमानों और 400 मिसाइलों के साथ आया था, और इनमें से कुछ परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम भी थीं।
यह बयान पाकिस्तान में चल रहे सुरक्षा बहसों के बीच आया है, जहां अमेरिकी एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने की मांग जोर पकड़ रही है।
भारत की सैन्य ताकत को लेकर क्या बोले मुसादिक मलिक?
मलिक ने कहा -
"अगर हमारे पास एयर डिफेंस सिस्टम न होते, तो आज हम मलबे में बदल चुके होते। भारत एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है।"
उन्होंने माना कि भारत के पास बेहद उन्नत हवाई और मिसाइल प्रणाली है, जिससे पाकिस्तान की सुरक्षा प्रणाली गंभीर चुनौती में है।
ऑपरेशन सिंदूर : भारत की रणनीतिक शक्ति का प्रदर्शन
हालांकि भारत की ओर से इस ऑपरेशन की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन पाकिस्तानी नेता का यह बयान कई राजनयिक और सैन्य हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। अगर भारत ने सचमुच इतने विमानों और मिसाइलों के साथ ऑपरेशन किया, तो यह भारतीय वायुसेना की तैयारी और पराक्रम को दर्शाता है।
क्यों उठी एयर डिफेंस की मांग?
मुसादिक मलिक के अनुसार, पाकिस्तान को अब अमेरिका से एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने की जरूरत है, क्योंकि भारत की सैन्य शक्ति तेजी से बढ़ रही है।
इससे पहले भी पाकिस्तान ने अमेरिका से F-16 और रडार सिस्टम की मांग की थी।
अब एयर डिफेंस सिस्टम की जरूरत को सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर लिया गया है।
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की आधुनिक मिसाइल प्रणाली – जैसे ब्रह्मोस, अकाश, और प्रलय – अब सटीक लक्ष्य भेदने और उच्च गति से वार करने में सक्षम हैं। साथ ही तेजस जैसे स्वदेशी लड़ाकू विमान भारत को आत्मनिर्भर भी बना रहे हैं।
पाकिस्तानी नेता का यह बयान न सिर्फ भारत की शक्ति को स्वीकार करता है, बल्कि यह भी बताता है कि पड़ोसी देश भारत की हर सैन्य गतिविधि को गंभीरता से ले रहा है। ऑपरेशन सिंदूर भारत की तकनीकी क्षमता और रणनीतिक तैयारियों का प्रमाण बनता जा रहा है।