तेल अवीव / तेहरान — मध्य पूर्व एक बार फिर युद्ध की दहलीज पर खड़ा है। इज़राइल और ईरान के बीच चल रहा तनाव अब खतरनाक टकराव में बदल चुका है। बीते हमलों के जवाब में ईरान ने शनिवार देर रात इज़राइल की ओर लगभग 100 आत्मघाती ड्रोन दागे। इज़राइली सेना के मुताबिक, ये हमले सीधे ईरानी धरती से किए गए हैं, और अब देश की वायु रक्षा प्रणाली उन्हें इंटरसेप्ट करने में जुटी है।
हमले का संदर्भ : क्यों भड़का ईरान
हाल ही में इज़राइल द्वारा सीरिया की राजधानी दमिश्क स्थित ईरानी वाणिज्य दूतावास पर किया गया एयरस्ट्राइक ईरान के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया था। इस हमले में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कई शीर्ष अधिकारी मारे गए थे। ईरान ने पहले ही चेतावनी दी थी कि वह इसका "मुंहतोड़ जवाब" देगा। और अब, उसने अपना वादा निभाया — सीधे इज़राइल पर पहला खुला और व्यापक ड्रोन हमला करके।
इज़राइली सेना अलर्ट पर, 'आयरन डोम' सक्रिय
इज़राइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया है कि अधिकांश ड्रोन समुद्र या रेगिस्तानी इलाकों में इंटरसेप्ट कर लिए गए हैं। राजधानी तेल अवीव, हैफा और दक्षिणी इलाकों में आयरन डोम और अन्य वायु रक्षा प्रणालियाँ पूरी तरह सक्रिय कर दी गई हैं। कई क्षेत्रों में सायरन बजा दिए गए हैं और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की अपील की गई है।
IDF के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा -
> “हम हर संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं। हमारी प्राथमिकता नागरिकों की सुरक्षा है। यह हमला सीधे ईरान से किया गया है, और यह हमारे लिए युद्ध की सीधी उद्घोषणा है।”
दुनिया की नजरें टिकीं, अमेरिका ने की आपात बैठक
ईरान-इज़राइल टकराव ने अब वैश्विक स्थिरता पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। अमेरिका ने स्थिति पर आपातकालीन सुरक्षा बैठक बुलाई है। व्हाइट हाउस ने ईरान की कार्रवाई की निंदा करते हुए इज़राइल के साथ एकजुटता जताई है।
संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और कई वैश्विक संस्थानों ने संयम बरतने की अपील की है और चेताया है कि यह टकराव पूरे मध्य पूर्व को युद्ध में झोंक सकता है।