अहमदाबाद/पूर्णिया | गुजरात के अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे को लेकर राजनीतिक हलकों में भी गहरी चिंता जताई जा रही है। पूर्णिया से सांसद और जन अधिकार पार्टी (JAP) के प्रमुख पप्पू यादव ने इस दुर्घटना को केवल "तकनीकी गड़बड़ी" के नजरिए से न देखने की सलाह दी है। उन्होंने इस त्रासदी की निष्पक्ष और अंतरराष्ट्रीय सहयोग से जांच की मांग की है।
पप्पू यादव : "दोनों इंजन का एकसाथ फेल होना सामान्य नहीं"
सांसद पप्पू यादव ने कहा -
> “दोनों इंजन का एक साथ फेल हो जाना और 40 सेकंड के भीतर विमान का क्रैश हो जाना महज तकनीकी चूक नहीं हो सकती। यह गहरी जांच का विषय है और इस पर पर्दा डालना देश और यात्रियों के साथ अन्याय होगा। यह घटना न सिर्फ तकनीकी विफलता का मामला है, बल्कि इसमें सुरक्षा मानकों की गंभीर अनदेखी की आशंका भी हो सकती है।”
उन्होंने कहा कि अगर हादसे के पीछे कोई लापरवाही या साजिश है, तो उसे सामने लाना बेहद जरूरी है।
संजय राउत के बयान को मिला समर्थन
शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने भी हादसे को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने सवाल उठाया था -
> “क्या इस हादसे के लिए कोई जिम्मेदार होगा? या फिर इसे भी सिर्फ एक दुर्घटना मानकर छोड़ दिया जाएगा?”
इस बयान को पप्पू यादव ने “ठोस और जरूरी सवाल” बताया और कहा कि ऐसे हादसों को नजरअंदाज करना नागरिक सुरक्षा से खिलवाड़ है।
अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग
पप्पू यादव ने केंद्र सरकार से मांग की कि इस हादसे की जांच केवल DGCA या NTSB जैसी संस्थाओं तक सीमित न रखी जाए, बल्कि इसमें अंतरराष्ट्रीय उड्डयन सुरक्षा एजेंसियों को भी शामिल किया जाए। उनका कहना था कि जब विमान अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार उड़ान भरते हैं, तो उनकी जांच भी अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा होनी चाहिए।
हादसे की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि 11 जून को अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद एक यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों इंजन अचानक बंद हो गए और पायलट के पास प्रतिक्रिया के लिए मात्र 40 सेकंड का समय था। हादसे में 241 यात्रियों की मौत हुई, जिसमें कई विदेशी नागरिक भी शामिल थे।
सरकार पर बढ़ा दबाव
हादसे के बाद लगातार विपक्षी नेताओं, विमानन विशेषज्ञों और यात्रियों के परिवारों की ओर से जवाबदेही तय करने और पारदर्शी जांच की मांग की जा रही है। अब पप्पू यादव जैसे वरिष्ठ जन प्रतिनिधि के तीखे सवालों ने सरकार पर दबाव और बढ़ा दिया है।
अहमदाबाद विमान हादसे ने देश को झकझोर दिया है और अब यह केवल तकनीकी जांच का नहीं, बल्कि सार्वजनिक जवाबदेही और पारदर्शिता का मुद्दा बन चुका है। सांसद पप्पू यादव और संजय राउत जैसे नेताओं की टिप्पणियां इस ओर इशारा कर रही हैं कि अब सिर्फ औपचारिक जांच से काम नहीं चलेगा — जनता को सच्चाई चाहिए।