मोतिहारी | पूर्वी चंपारण समाहरणालय स्थित डॉ. राधाकृष्णन सभागार में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए माननीय सांसद राधा मोहन सिंह ने कहा कि जिले में विकास कार्यों को गति मिली है।
उन्होंने बताया कि पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र में 415 किलोमीटर नए पथों के निर्माण का टेंडर हो चुका है, जिस पर लगभग 315 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अतिरिक्त, 75 करोड़ की लागत से पुल-पुलिया निर्माण के लिए भी टेंडर निकाले जा चुके हैं। मुख्यमंत्री संपर्क पथ योजना के तहत 150 किलोमीटर की लंबाई में पथ निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उन्होंने इन सभी कार्यों के लिए सरकार को बधाई दी और अधिकारियों से अपेक्षा की कि सभी योजनाएं समयबद्ध रूप से पूर्ण हों ताकि आमजन को लाभ मिल सके।
सांसद ने जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए बताया कि विभागीय रैंकिंग के अनुसार राजस्व विभाग की सूची में पूर्वी चंपारण जिला पूरे बिहार में तीसरे स्थान पर है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि विकास कार्यों में जनप्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए, जिससे कार्यों की गति और गुणवत्ता में सुधार हो।
उन्होंने बताया कि "हर घर बिजली" योजना पूर्ण हो चुकी है और अब सरकार का लक्ष्य "हर खेत को पानी" पहुंचाने का है। इसके लिए कृषि फीडर निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश विद्युत विभाग के अभियंताओं को दिया गया। कार्यपालक अभियंता, विद्युत प्रमंडल, मोतिहारी ने बताया कि इस कार्य के लिए सरकार ने सितंबर 2026 तक की समय सीमा निर्धारित की है।
बैठक में पश्चिमी चंपारण के सांसद डॉ. संजय जायसवाल, गन्ना उद्योग विभाग के मंत्री कृष्णनंदन पासवान, विधान पार्षद महेश्वर सिंह, डॉ. खालिद अनवर, विधायकगण प्रमोद कुमार, पवन कुमार जायसवाल, राणा रणधीर, श्याम बाबू प्रसाद यादव, सुनील मणि तिवारी, शालिनी मिश्रा, प्रमोद कुमार सिंहा, जिला परिषद की अध्यक्ष ममता राय, नगर निगम की महापौर प्रीति कुमारी, उप महापौर लालबाबू प्रसाद गुप्ता तथा जिले के सभी प्रखंड प्रमुख उपस्थित थे।